Sauteli Maa ka Atyachar

आयशा की मम्मी काजल एक खाट पर बैठ कर मेकअप कर रही है। अचानक फ़ोन की घंटी बजती है। तब काजल फ़ोन को उठती है ओर हेलो कहती है।   

आयशा के पापा: हेलो, काजल कैसी हो तुम ?

आयशा की मम्मी: हाँ जी, मैं ठीक बिलकुल हूँ, आप कैसे हो जी ? ओर शहर में आपका दिल तो लग गया है ना। 

आयशा के पापा: काजल मैं भी बिलकुल ठीक हूँ। ओर मुझे शहर में एक कंपनी में एक बहुत अच्छी नौकरी मिल गयी है। पर काजल तेरे ओर आयशा के बिना दिल नहीं लग रहा है यहाँ पर। वैसे, आयशा कहाँ है ? जरा उससे बात तो कराओ। 

आयशा की मम्मी खुसी से मुस्कुराने लगती है। 

आयशा की मम्मी: जी अभी वो ना पढाई कर रही है। आप एक मिनट रुकिए। मैं अभी आपकी उससे बात करवाती हूँ। 


काजल खाट से उठकर आयशा के पास जाती है ओर एक डंडा उठाकर आयशा को डराती है। 

आयशा की मम्मी: लो आयशा बेटा, अपने पापा से बात कर ले। 

आयशा: पापा कैसे हो आप ?   

आयशा के पापा: अरे मेरा प्यारा बेटा, मेरा सोना, मेरा चांदी, मेरा लड्डू, मेरा पेड़ा, मेरा चाँद का टुकड़ा,---- मैं ठीक हूँ बेटा, तुम बताओ तुम ठीक हो ना। वैसे तेरी पढाई तो ठीक चल रही है ना।    

आयशा: हाँ पापा मेरी पढाई अच्छी चल रही है। ओर मैं अभी भी पढ़ रही हूँ। 

(Very good बेटा, मुझे एक बात बता बेटा) यह आवाज बैकग्राउंड में चलती है। यह सीन में आयशा मम्मी की तरफ देखती है ओर मम्मी आयशा को आँखों ओर डंडे से आयशा को डराती है। 

आयशा के पापा: तेरी नई मम्मी तुझसे प्यार तो करती है ना 

आयशा डरते हुए मम्मी की तरफ देखती है 

काजल आयशा को आँखों से डराती है। ओर फिर धीरे से मुस्कुराती है।   

आयशा: हाँ पापा मेरी नयी माँ बहुत अच्छी है। वो मुझे बहुत प्यार करती है। 

(ठीक है बेटा, नयी मम्मी को तू भी परेशान मत करना, ठीक है) यह आवाज बैकग्राउंड में चलती है 

आयशा: ठीक है पापा जी 

काजल: हेलो जी, आप मुझे ये बताइये की आप घर कब आएंगे ?

पापा: देखो काजल,अभी तो मेरी नौकरी लगी है, पहले एक महीना पूरा होने दो। फिर देखते है। काजल तुम अपना ओर आयशा का ध्यान रखना ठीक है, Ok Bay 

> काजल कान से आयशा के पापा की बात सुनती रहती है ओर पास में आयशा खड़ी होकर अपने पापा से बात करने का इन्तिज़ार करती है 

आयशा की मम्मी पहले फ़ोन को काटती है, ओर फिर आयशा की चोटी को पकड़कर खींचती है।  

मम्मी: वाह रे वाह ! ये हुई ना अच्छे बच्चो वाली बात, अब तू इसी तरह मेरा कहना मानती रह बस, अब खड़े खड़े मेरा मुँह क्या देख रही है। चल जल्दी से ये काम पूरा कर। अभी तुझे घर के सारे काम करने है समझी। लगजा काम पे। 

मम्मी: हो जा शुरू 

आशिक: मेरी जान तेरे जाने के बाद तो मेरी दुनिया ही उजड़ गयी है। तू क्या जाने कैसे तेरे बिना मैं मर मर के जी रहा हूँ। 

काजल: जानू मैं भी क्या करूँ? आखिर मैं भी तो मजबूर थी। तुम्हे पता है ना की मेरे घर वालो ने मेरी जबरजस्ती शादी करवा दी। लेकिन अब ना तुम मुझसे रोज मिलने आ सकते हो। क्योंकि मेरे पति की ना बाहर नौकरी लग गयी है शहर में। ओर वो सिर्फ महीने में एक बार ही आएंगे घर पर।  

आयशा दोनों मम्मी व उसके प्रेमी को बात करते देखती है। 

काजल: आयशा इधर आ बेटा  

आयशा बेटा तू स्कूल से आज घर इतनी जल्दी कैसे आ गयी ? 

आयशा: मम्मी मेरे पेट में दर्द था, इसीलिए मैडम जी ने मुझे दवाई देकर घर भेज दिया। 

काजल: ठीक है तू अंदर जा, 

आयशा: मम्मी जी, ये अंकल कौन है? पहले तो कभी इन्हे देखा नहीं घर में। 

काजल: आयशा बेटा ये बिजली वाले है, हमारे घर की बिजली ख़राब हो गयी थी ना, इसीलिए ठीक करने के लिए इन्हे बुलाया है। तू एक काम कर अंदर जाकर आराम कर ले। 

काजल: जानू हमारी चोरी तो अब पकड़ी गयी। अब हम क्या करेंगे? ये लड़की है ना बहुत चालक है। ओर ये अपने पापा को हमारे बारे में जरूर बताएगी। ओर फिर हमारा मिलना बंद हो जायेगा। अब हम क्या करें? जानू तुम एक काम में मेरा साथ तो दोगे ना। हाँ हाँ क्यों नहीं ! मगर काम क्या है?

आयशा के पापा शहर से लौट कर आते है 

काजल अपने प्रेमी से फ़ोन पर बात करती रहती है अचानक उसका पति शहर से वापस आता देखकर काजल चौक जाती है ओर फ़ोन को काट देती है। 

आयशा के पापा काजल के पास आते है ओर काजल के पास बैठ जाते है। उसके बाद काजल अपने पति को ख़ुशी का इजहार करते हुए उसके गले लग जाती है। 

काजल: आप इतनी जल्दी आ गए जी। मगर आप तो एक महीने बाद आने वाले थे ना। 

आयशा के पापा: काजल ! तेरे बिना ओर आयशा के बिना बिलकुल भी मन नहीं लग रहा था। तो कंपनी से मैंने 2 दिन की छुट्टी ली, ओर तुम दोनों से मिलने आ गया। 

काजल: आपने बहुत अच्छा किया जी, आपको पता है मुझे आपकी ना बहुत याद आ रही थी। आप बैठिये मैं आपके लिए पानी लेकर आती हूँ। 

आयशा के पापा: रूको पानी रहने दो। आयशा दिखाई नहीं दे रही, वो कहाँ गयी हुई है 

काजल; जी....... आयशा। ....... तो....... 

आयशा के पापा: क्या हुआ ? क्या हुआ मेरी आयशा को ? बोल, बोलती क्यों नहीं, क्या हुआ ? 

काजल: जी, आयशा को कुछ नहीं हुआ। वो बिलकुल ठीक है। वो ना मेरी मम्मी के पास कुछ दिनों के लिए रहने  गयी हुई है। 

आयशा के पापा: आयशा तुम्हारी मम्मी के पास रहने गयी है। मगर किसके साथ ! 

काजल: जी, वो मेरी मम्मी मेरे से मिलने के लिए मेरे पास यहाँ आयी थी। जब मम्मी वापस जाने लगी तो उन्होंने कुछ दिनों के लिए आयशा ओर मुझे अपने घर ले जाने की जिद करी। लेकिन मेरी कुछ दिनों से तबियत सही नहीं थी। इसलिए मैंने मम्मी के साथ जाने से मना कर दिया। लेकिन यह बात सुनकर आयशा मम्मी के साथ जाने की जिद करने लगी, अब वह छोटी सी बच्ची है, अब इस नन्ही सी बच्ची का दिल मैं कैसे तोड़ दू ? तब मैंने आयशा को मम्मी के साथ भेज दिया। मगर Sorry जी, मैंने ना आपसे पूछा नहीं इस बारे में। 

आयशा के पापा: अरे पागल ! इसमें Sorry की क्या बात है। वो तेरी भी तो बेटी है। 

काजल: अच्छा ! ये सब छोड़िये, आप ये बताइये कि मैं खाने में आपके लिए क्या बनाऊ ?

आयशा के पापा: काजल खाना रहने दे। बहुत लम्बा सफर तय करके आया हूँ, बहुत थकावट हो रही है। मैं थोड़ी देर सोना चाहता हूँ। 

काजल: ठीक है जी आप थोड़ी देर आराम कर लीजिये। तब तक मैं आपके लिए अच्छा सा बढ़िया सा गरमा गरम खाना बनाकर लाती हूँ। ठीक है। 

आयशा के पापा: ठीक है। ये तेरा फ़ोन ले जा 

काजल: Ok 

आयशा: पापा आप गए। आप कैसे हो? पापा आप ठीक तो हो ना। आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे। 

आयशा के पापा: बेटा तुम कहाँ हो? कहाँ छुपी हुई हो ? तुम मुझे दिखाई नहीं दे रही। 

आयशा: लो पापा मैं आपके सामने आ रही हूँ। 

आयशा अपने पापा के सामने आ जाती है 

अचानक बेटी के सामने आते ही पापा को झटका लगता है 

आयशा: पापा ये जो मैं आपको दिख रही हूँ ना, मैं जिन्दा नहीं हूँ पापा। ये तो मेरी आत्मा है। मम्मी ने तो मुझे दो दिन पहले ही मार डाला। 

आयशा के पापा: क्या ?

आयशा के पापा: आयशा मेरी बेटी

आयशा के पापा: कह दे ये सब कुछ झूठ है। तू मुझे अकेला छोड़ के नहीं जा सकती मेरी बेटी 

पापा आप रोओ मत, मैं आपको रोटा हुआ नहीं देख सकती। पापा ये बात सच है। मैं आपको बताती हूँ, मम्मी ने मुझे कैसे मारा। 

काजल ओर उसका प्रेमी दोनों मिलकर आयशा को गले में रूपट्टा डालकर मार डालते है। 

आयशा के मरने के बाद काजल खुस होने लगती है। 

ओर फिर दोनों मिलकर आयशा को एक चादर में बाँध देते है 

ओर फिर आयशा को खड्डे में बंद करने के लिए काजल का प्रेमी एक खड्डा खोदता है /

काजल डरते हुए इधर उधर आगे पीछे देखती रहती है की उन्हें कोई देख तो नहीं रहा। 

गड्ढा खुदने के बाद आयशा की लाश को गड्ढे में डाल दिया जाता है, ओर उसके बाद उसको बंद कर दिया जाता है।

आयशा: पापा, मेरी लाश को उन्होंने उस गड्ढे में दबाया है पापा। लेकिन पापा वह गड्ढा देखने से पहले आप मुझसे एक प्रॉमिस करो 

पापा: बोल मेरी बेटी बोल 

आयशा: पापा पहले आप मेरी कसम खाओ की प्रॉमिस को तोड़ोगे तो नहीं ना 

पापा: नहीं मेरी आयशा बेटी मैं कसम खाता हूँ, तू बोल तो सही 

आयशा: पापा आप मम्मी को कुछ मत कहना। अगर मम्मी आपको छोड़कर चली गयी तो आपका ध्यान कौन रखेगा पापा। 

पापा दुखी मन से आयशा को देखते है 

ओर फिर आयशा की आत्मा गायब हो जाती है 

पापा: मेरी आयशा बेटी 

आयशा के पापा उस गड्ढे के पास जाते है, जहाँ आयशा को दबा दिया गया था। ओर फिर उस गड्ढे को खोदते है। ओर उसमे से आयशा की लाश को बाहर निकालकर अपने सीने से लगाते है। 

आयशा के पापा बहुत फूट फूट कर रोते है। 

इसके बाद आयशा के पापा आयशा को पोटली में से निकालकर, ओर आयशा को अपने सीने से लगाकर बहुत जोर-जोर से रोते है। 

Post a Comment

0 Comments